



News Desk Supaul:
कोशी क्षेत्र में समाजसेवा और मानव कल्याण की दिशा में सक्रिय कोशी रक्तवीर सेवा संगठन, सिमराही के बैनर तले गुरुवार को जिले के रेफरल अस्पताल राघोपुर परिसर में भव्य स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, स्वास्थ्यकर्मी एवं समाजसेवी मौजूद रहे और रक्तदान कर मानवीय संवेदना का परिचय दिया। इस शिविर में कुल 40 यूनिट रक्तदान किया गया।

शिविर का शुभारंभ प्रखंड विकास पदाधिकारी ओमप्रकाश, थानाध्यक्ष नवीन कुमार, रेफरल अस्पताल राघोपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दीपनारायण राम, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बैद्यनाथ भगत, समाजसेवी महेंद्र गुप्ता, बिन्दा गुप्ता एवं ब्लड बैंक सुपौल के मेडिकल पदाधिकारी डॉ. आदर्श राज ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
रक्तदान कार्ड और इसका महत्व
इस अवसर पर जानकारी देते हुए डॉ. आदर्श राज ने बताया कि रक्तदाताओं को बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के सहयोग से रक्तदान कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। इस कार्ड की वैधता 6 माह तक होगी और इस अवधि में कार्डधारक अथवा उनके परिजन को आवश्यकता पड़ने पर ब्लड बैंक से नि:शुल्क रक्त उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुपौल जिले में वर्तमान में लगभग 70 थैलेसीनिया पीड़ित बच्चे हैं जिन्हें हर माह रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है। रक्तदान शिविरों से प्राप्त रक्त इन बच्चों के जीवन रक्षक उपचार में उपयोग किया जाएगा।
डॉ. राज ने कहा – “एक यूनिट रक्त किसी थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे की जीवन आयु को लगभग एक माह तक बढ़ा देता है। इसी तरह गर्भवती महिलाओं को भी प्रसव के दौरान रक्त की जरूरत पड़ती है। ऐसे में यह रक्तदान शिविर समाज के लिए बेहद उपयोगी साबित होते हैं।”

स्वास्थ्यकर्मियों की सक्रिय भूमिका
शिविर में ब्लड बैंक सुपौल से काउंसलर किरण मिश्रा, इंचार्ज ठाकुर चंदन, लैब टेक्नीशियन स्तुति गुप्ता, नर्सिंग स्टाफ दीपशिखा, पैरामेडिकल स्टाफ राजा कुमार एवं श्यामसुंदर कुमार की टीम ने सक्रिय योगदान दिया। वहीं रेफरल अस्पताल राघोपुर की ओर से बीएचएम नोमान अहमद, एएनएम रानी कुमारी और मोनिका कुमारी ने सहयोग प्रदान किया।

संगठन के पदाधिकारियों का योगदान
शिविर की सफलता में कोशी रक्तवीर सेवा संगठन के अध्यक्ष गुड्डू कुमार, सचिव मो. अरमान, कोषाध्यक्ष संदीप कुमार, अमर कुमार, मयंक गुप्ता, कन्हैया दास, बबलू गुप्ता, गणेश शर्मा, मो. अकबर अली और प्रमोद गुप्ता का अहम योगदान रहा।

मानवता की मिसाल
स्थानीय लोगों ने संगठन के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि ऐसे शिविर न सिर्फ जरूरतमंदों की जान बचाते हैं बल्कि समाज में मानवता और सेवा की भावना को मजबूत करते हैं। इस तरह राघोपुर में आयोजित यह स्वैच्छिक रक्तदान शिविर एक ओर जहां मरीजों की जिंदगी बचाने में मददगार साबित होगा, वहीं दूसरी ओर समाज को रक्तदान की महत्ता का संदेश भी देगा।