



News Desk Lakhisarai:
लखीसराय पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई जिले की साइबर थाना टीम ने की। गिरोह के सदस्य विभिन्न सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कर फर्जी प्रमाण पत्र बनाते थे और इन्हीं के आधार पर कई तरह के लाभ उठाने की साजिश रच रहे थे।
छापेमारी में बरामद सामान
पुलिस ने छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से भारी मात्रा में उपकरण और दस्तावेज बरामद किए। इनमें लैपटॉप, प्रिंटर, मोबाइल फोन, फिंगर स्कैनर, आइरिस स्कैनर जैसे उपकरण शामिल हैं। इसके अलावा, 210 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, 12 फर्जी आवासीय प्रमाण पत्र और 15 फर्जी मार्कशीट भी जब्त किए गए।
गिरोह का काम करने का तरीका
प्रेस वार्ता के दौरान लखीसराय के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि यह गिरोह झारखंड के गोड्डा सदर अस्पताल से प्राप्त असली जन्म प्रमाण पत्र को एडिट कर नए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार करता था। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल आधार कार्ड में जन्मतिथि घटाने-बढ़ाने के लिए किया जाता था। यही नहीं, गिरोह के सदस्य बिहार सरकार के आवासीय प्रमाण पत्र और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की 10वीं व 12वीं की मार्कशीट में भी नाम व अन्य विवरण बदलकर नकली कागजात तैयार करते थे।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले हलसी थाना क्षेत्र के ककरौरी गांव निवासी सौरभ कुमार को पकड़ा। उसकी निशानदेही पर उसके साथी, सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के जकरपुरा निवासी रोहित कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस टीम की भूमिका
छापेमारी दल में साइबर पुलिस उपाधीक्षक अजीत प्रताप सिंह चौहान, पुलिस निरीक्षक विकास कुमार सिंह, अवर निरीक्षक संजीव कुमार, सिपाही नीरज कुमार और चालक सिपाही विवेक कुमार शामिल थे।
एसपी का बयान और अपील
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने स्पष्ट कहा कि फर्जी दस्तावेज तैयार करने या उनके उपयोग में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि यदि कहीं भी इस तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत साइबर थाना को सूचना दें, ताकि ऐसे अपराधों पर रोक लगाई जा सके।