सुपौल की चुनावी जनसभा में बोले नितिन गडकरी – छह माह में बनेगा आरओबी, दिसंबर 2026 तक तैयार होगा कोसी ब्रिज, बिहार अब पिछड़ेपन से निकल विकास की राह पर

News Desk Supaul:

ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार को आयोजित जनसभा में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कभी बिहार को पिछड़ा राज्य कहा जाता था, जहां सड़क, पानी, बिजली और संचार की कमी के कारण उद्योग नहीं आते थे। लेकिन आज हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। राज्य में चारों मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं और यही वजह है कि अब बिहार तेजी से विकास की ओर अग्रसर है।

गडकरी ने कहा कि विकास के लिए उद्योग, व्यापार और कृषि तीनों का समान महत्व है। जब पानी, बिजली, सड़क और टेलीकम्युनिकेशन जैसी आधारभूत व्यवस्थाएं दुरुस्त होती हैं, तब उद्योग स्थापित होते हैं और निवेश के साथ रोजगार का सृजन होता है। उन्होंने कहा कि बिहार के पिछड़ेपन की जड़ यही चार समस्याएं थीं, जिन्हें अब समाप्त कर दिया गया है।

उन्होंने घोषणा की कि सुपौल जिला मुख्यालय में निर्माणाधीन रेल ओवरब्रिज का कार्य अगले छह महीनों में पूरा हो जाएगा। गडकरी ने बताया कि हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद जब उन्हें ओवरब्रिज कार्य में विलंब की जानकारी मिली तो उन्होंने तत्काल अधिकारियों को फटकार लगाई और समयसीमा तय करने का निर्देश दिया। साथ ही बैरिया–मंच–मधेपुर–दरभंगा मार्ग के निर्माण को लेकर उन्होंने सांसद दिलेश्वर कामैत से बात कर इसे जल्द पूरा कराने का आश्वासन दिया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि परसरमा से अररिया तक ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जो अप्रैल 2026 तक पूर्ण होगा। इसके अलावा सुपौल–पिपरा–त्रिवेणीगंज और परसरमा में बायपास का निर्माण जारी है, जिससे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ट्रैफिक का दबाव घटेगा। इस परियोजना में 14 बड़े, छह मध्यम और 57 छोटे पुल बन रहे हैं। यह कॉरिडोर सहरसा को गोरखपुर–सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से भी जोड़ेगा।

उन्होंने बताया कि 40 हजार करोड़ की लागत से गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक छह लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा, जो पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, अररिया और किशनगंज से होकर गुजरेगा। इसका टेंडर अप्रैल 2026 तक जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2026 तक कोसी नदी पर 10 किलोमीटर लंबा पुल तैयार हो जाएगा, जिससे सुपौल से मधुबनी की दूरी 30 किलोमीटर और यात्रा समय करीब आधा घंटा कम होगा। इससे बेनीपट्टी, झंझारपुर, सहरसा और सुपौल के बीच बेहतर सड़क संपर्क स्थापित होगा।

गडकरी ने कहा कि अब सुपौल के लोगों को पटना–पूर्णिया ग्रीनफील्ड सड़क से भी सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे पटना की यात्रा सहज हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वह जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं, क्योंकि उनके पास योजनाओं की कोई कमी नहीं, न ही धन की।

विकास कार्यों की झड़ी गिनाने के बाद उन्होंने जनता से 11 नवंबर को NDA समर्थित जदयू प्रत्याशी सह ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की डबल इंजन सरकार ने बिहार को नई दिशा दी है।

विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए गडकरी ने कहा, “आप बस तीर का बटन दबाइए, अंजे–गंजे–पंजे सब हवा में उड़ जाएंगे।” उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है गरीबी का अंत, सबके लिए समान अधिकार और सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर बच्चे को स्कूल भेजना। उन्होंने कहा कि जात–धर्म के नाम पर अन्याय का कोई स्थान नहीं रहेगा।

सभा के दौरान भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गडकरी का जदयू नेता बिजेंद्र प्रसाद यादव, सुपौल सांसद दिलेश्वर कामैत, उत्तर प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह समेत कई NDA नेताओं ने जोरदार स्वागत किया। गडकरी ने करीब 43 मिनट तक चलने वाले अपने भाषण में एक-एक योजना का ब्यौरा देते हुए कहा कि बिहार का भविष्य उज्ज्वल है और आने वाला समय विकास की नई परिभाषा लिखेगा।

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