न्यूज डेस्क मधुबनी:
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के. के. पाठक के निर्देश पर नव वर्ष के दिन 1 जनवरी 2024 दिन सोमवार को सभी सरकारी विद्यालयों के सभी शिक्षक ससमय विद्यालय पहुंच कर शाम पांच बजे तक बच्चों की राह निहारते रहे। लक्ष्मी नारायण जनता +2 उच्च विद्यालय लौकहा में विद्यालय प्रधान नेयाज अख्तर, मध्य विद्यालय लौकहा में रसिक लाल यादव, कन्या मध्य विद्यालय में देव कुमार यादव सहित लगभग के सभी विद्यालयों के शिक्षक ड्यूटी पर मौजुद रहे। इसे केके पाठक का खौफ कहिए या कड़े फैसले का असर की अब समय से विद्यालय आना-जाना करने के चक्कर में शिक्षकों की मुसीबतें कम नहीं हो रही। ऊपर से विद्यालय अवधि में विभागीय अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण की तलवार न जाने कब किसके सिर गिर जाए।
बच्चों के अनुपस्थिति के कारण शिक्षकों में मायूसी देखी गई। उनका कहना था कि बच्चे ही खास कर नव वर्ष के उमंग को जोर-शोर से मनाते हैं ऐसे में पहली जनवरी को उनके विद्यालय आने का सवाल ही नहीं उठता। ऊपर से ठंड में शिक्षकों को भी भारी परेशानी हो रही है। घर-परिवार और बाल-बच्चों से दूर स्कूल के ऑफिस में घड़ी की टिक टिक सुनते हुए पांच बजने का इंतजार कर रहे हैं।
बता दे कि महिलाओं की सबसे बड़ी चुनौती इस बात को लेकर थी कि घर में बच्चे हैं, परिवार हैं, अतिथि हैं और वे मजबूरन विद्यालय में हैं। कहीं न कहीं सबके मन में मायूसी छाई थी।