



News Desk Supaul:
जिले के सिमराही स्थित लिटिल बी एवं द परफेक्ट इंग्लिश एकेडमी में शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व बड़े हर्षोल्लास और सांस्कृतिक गरिमा के साथ मनाया गया। विद्यालय प्रांगण भक्ति और उल्लास के रंगों से सराबोर हो उठा। बच्चे राधा-कृष्ण की वेशभूषा में सजे नजर आए और मंच पर प्रस्तुतियों से उन्होंने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया।

इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक विनय चांद, राहुल पंसारी तथा दीपक गुप्ता विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। अनेक अभिभावकों ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। अतिथियों ने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों में सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं के प्रति आस्था जगाने का काम करते हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत भजन-कीर्तन से हुई। इसके बाद विद्यार्थियों ने मनमोहक नृत्य, श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांकियां और भक्ति गीत प्रस्तुत किए। छोटे-छोटे बच्चों की राधा-कृष्ण स्वरूप झांकियां दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण रहीं।

उत्सव का मुख्य आकर्षण मटकी फोड़ प्रतियोगिता रही, जिसमें बच्चों ने अद्भुत उत्साह और जोश का परिचय दिया। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच बच्चों ने टीम बनाकर ऊँचाई पर टंगी मटकी फोड़ने का प्रयास किया और अंततः इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। इस दौरान उपस्थित दर्शक “हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की” के जयकारों से गूंज उठे।
विद्यालय के निदेशक विनय चांद ने कहा कि जन्माष्टमी का यह आयोजन न केवल बच्चों को हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जोड़ता है, बल्कि उनमें सहयोग, अनुशासन और धार्मिक आस्था की भावना भी विकसित करता है। आज बच्चों ने जिस उत्साह और प्रतिभा का प्रदर्शन किया, वह काबिले तारीफ है। हमें गर्व है कि हमारा विद्यालय न सिर्फ शिक्षा बल्कि संस्कारों के क्षेत्र में भी बच्चों को मजबूत आधार दे रहा है।

विद्यालय के प्राचार्य अमित कुमार ने कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन बच्चों की छिपी प्रतिभा को उजागर करने के साथ-साथ उनमें आत्मविश्वास और सामाजिक मूल्यों का विकास करते हैं। कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का अहम योगदान रहा।

पूरे कार्यक्रम में भक्ति, अनुशासन और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला। यह आयोजन न केवल बच्चों के लिए शिक्षा और मनोरंजन का माध्यम बना बल्कि अभिभावकों और अतिथियों के लिए भी एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हुआ।

आयोजन को सफल बनाने में शिक्षक सुबोध कुमार, अशिष रंजन, धीरज कुमार, शंकर सेन, मुरलीधर, अविनाश कुमार, मनोज कुमार, अतुल कुमार, सतीश कुमार, सुनील कुमार, अर्पणा सिंह, रिया अग्रवाल, पुष्पांजलि दास, अनुष्का सिंह, नंदिनी यादव, अन्या यादव, प्रीति कुमारी, रौशनी कुमारी, कविता कुमारी, सपना कुमारी, ज्योति शर्मा सहित सभी शिक्षक, शिक्षिका एवं शिक्षिकेत्तर कर्मियों का अहम योगदान रहा।