न्यूज डेस्क सुपौल:
समाहरणालय सुपौल स्थित लहटन चौधरी सभागार में शनिवार को फरोग-ए-उर्दू सेमिनार, मुशायरा एवं कार्यशाला का आयोजन हुआ। जहां कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल ने की। वहीं कार्यक्रम का उदघाटन जिलाधिकारी कौशल कुमार एवं पुलिस अधीक्षक शैशव कुमार यादव ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम “जिला उर्दू नामा’ का विमोचन किया गया। जहां कार्यक्रम में शायरों ने अपने कलाम से चार चाँद लगा दिए। शायरों में कैसर अली राना, मो० इरशाद आलम, अशफाक अहमद लुकमान दानिश, हशमत सिद्दकी, हफीजुल्लाह अजहर, साकिब अनवर, नजमुददीन रहमानी, अजीमुल्लाह, बशारत करीम, बेगाना सारनवी, मो० नूर आलम एवं जिया उल्लाह जिया रहमानी आदि थे। वहीं आलेख पाठकों में बदीउज्जमा, मुकीम अहमद खाँ सादा, नूरजहाँ बंगम एवं बरकत उल्लाह गाजी ने अपना-अपना आलेख का पाठ किया। डेलिगेट्स के रूप में निहाल नदवी, हसमत सिद्धकी एवं मो० नजामुद्दीन कार्यक्रम में मौजूद थे। कार्यक्रम का मंच संचालन बदीउज्जमा ने की। वहीं छात्रों में अब्दुल बारीक, अब्दुल खालिफ ने बिहार लोक गीत और अकलीमा फातमा, राफिया प्रवीण एवं सोफिया प्रवीण ने गजल प्रेस किया।
कार्यक्रम में आपदा प्रबंधन सुपौल के अपर समाहर्ता मो मुस्तकिन सुपौल, डीआरडीए सुपौल के निदेशक ऋषव एवं अन्य पदाधिकारी तथा कर्मी उपस्थित थे।