



News Desk:
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान हमला हुआ। इस घटना ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता हर बुधवार की तरह आज भी जनता की समस्याएँ सुन रही थीं। इसी दौरान एक व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर उनके पास पहुंचा। चश्मदीदों के अनुसार, उसने पहले मुख्यमंत्री को कुछ कागज़ सौंपे और अचानक चिल्लाने लगा। इसके बाद उसने मुख्यमंत्री पर हाथ उठाने की कोशिश की।
कुछ सूत्रों का कहना है कि आरोपी ने मुख्यमंत्री को थप्पड़ मारा, जबकि दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि हाथापाई के दौरान आरोपी ने उनका हाथ पकड़कर खींचने की कोशिश की, जिससे मुख्यमंत्री का संतुलन बिगड़ गया और उनका सिर पास की मेज से टकरा गया। इस दौरान वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों और अन्य लोगों ने तुरंत आरोपी को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने हमलावर को तुरंत हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जानकारी में आरोपी ने अपना नाम राजेश भाई खिमजी सकरिया बताया है। वह गुजरात के राजकोट का निवासी है और उसकी उम्र 42 वर्ष के बीच बताई जा रही है। आरोपी को फिलहाल सिविल लाइन थाने में रखा गया है, जहां उससे पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि वह किस उद्देश्य से दिल्ली आया था और उसकी मंशा क्या थी।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि घटना के बाद मुख्यमंत्री की तुरंत चिकित्सकीय जांच कराई गई। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी स्थिति स्थिर है और उन्हें किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं आई है। हालांकि, घटना से उन्हें गहरा मानसिक सदमा जरूर लगा है। सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि वह इस घटना से डरकर अपने नियमित कार्य नहीं रोकेंगी और जनता से संवाद जारी रखेंगी।
गृह मंत्रालय और पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना दिल्ली पुलिस ने तुरंत गृह मंत्रालय को दी। मौके पर डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस भी पहुंच गए और पूरे मामले की बारीकी से जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपी के पारिवारिक और मानसिक हालात के साथ-साथ उसके दिल्ली आने के उद्देश्य की छानबीन कर रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
इस घटना पर दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में भी तीखी प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं।
- बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी ने कहा कि यह हमला सुनियोजित साजिश हो सकता है और जनसुनवाई की प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश की गई है।
- आम आदमी पार्टी ने भी इस घटना की निंदा की। पार्टी नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि हमारी पार्टी का स्पष्ट रुख है कि किसी भी तरह की हिंसा अस्वीकार्य है।
- AAP की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा, “लोकतंत्र में असहमति और विरोध की जगह है लेकिन हिंसा की कोई जगह नहीं। उम्मीद है कि दिल्ली पुलिस दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी।”
- दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, “अगर दिल्ली की मुख्यमंत्री ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम महिला की सुरक्षा का अंदाजा लगाया जा सकता है। राजधानी में महिला सुरक्षा की पोल खुल गई है।”
दिल्ली की मुख्यमंत्री पर हुआ यह हमला राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है। जहां एक ओर विपक्ष और सत्तापक्ष इसे लेकर अलग-अलग बयान दे रहे हैं, वहीं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने साफ कर दिया है कि वह इस घटना से विचलित नहीं होंगी और जनता के लिए अपना काम जारी रखेंगी। पुलिस और गृह मंत्रालय की जांच से आने वाले दिनों में यह साफ हो सकेगा कि आरोपी की असल मंशा क्या थी।