



न्यूज डेस्क पटना:
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र इन दिनों विपक्ष और सरकार के बीच लगातार टकराव का गवाह बन रहा है। बुधवार को विधानसभा में विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान (Special Intensive Revision – SIR) के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची में गड़बड़ियों, कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति और सरकारी कार्यशैली पर सवाल उठाए। इस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “हमने तुम्हारे माता-पिता का भी दौर देखा है। तुम अभी बच्चे हो, तुम कुछ भी नहीं जानते हो।”
इसके जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा, “चाचा जी, हम आपसे कुछ नहीं कहना चाहते। आप हमारे आदरणीय हैं। लेकिन आपको ये सब नहीं दिखाई दे रहा है कि आपकी सरकार में क्या कुछ हो रहा है। आए दिन लूट, रेप, मारपीट और हत्या जैसी घटनाएं हो रही हैं।”
नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा, “तुम्हारी मां ने महिला होकर भी महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया। हमने महिलाओं के लिए बहुत कुछ किया है, जो तुम्हें पता भी नहीं है।” इसके बाद नीतीश ने शिक्षकों की नियुक्ति का जिक्र किया, जिस पर तेजस्वी ने कहा, “तब तो हमारी सरकार थी चाचाजी।” इस बहस के दौरान सदन का माहौल कई बार गर्म हुआ और स्पीकर को हस्तक्षेप भी करना पड़ा।
यह पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच सदन में ऐसी तीखी बहस हुई हो। इससे पहले भी मार्च 2024 और फरवरी 2021 में दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत टिप्पणियों तक बात पहुंची थी।
विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा है। विपक्ष का आरोप है कि बड़े पैमाने पर नाम हटाए जा रहे हैं, जबकि सरकार इसे पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया बता रही है।