सीतामढ़ी में पुनौरा धाम मंदिर का शिलान्यास, अमित शाह बोले – मिथिलांचल भारतीय संस्कृति का अनन्य गहना, 890 करोड़ से बनेगा भव्य परिसर

न्यूज डेस्क सीतामढ़ी:

माता सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम में शुक्रवार को ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालु, संत और स्थानीय नागरिक एकत्र हुए, जब केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयुक्त रूप से मंदिर और परिसर के व्यापक विकास योजना का भूमि पूजन व शिलान्यास किया। समारोह का शुभारंभ मंत्रोच्चार और वैदिक विधि-विधान से हुआ, जिसमें बिहार के धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास के इस महत्त्वपूर्ण स्थल के विकास का संकल्प लिया गया।

अमित शाह का संबोधन – संस्कृति, विकास और सुरक्षा पर जोर

भूमिपूजन के बाद जनसभा में अमित शाह ने कहा, “मिथिलांचल केवल मिथिला की संस्कृति का नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का अनन्य गहना है। राजा जनक ने अकाल के समय हल चलाकर वर्षा के लिए प्रार्थना की थी, और उसी दिन मां जानकी प्रकट हुईं। आज भूमि पूजन के दिन भी वर्षा हो रही है, जो इस भूमि की पवित्रता का प्रमाण है।”

उन्होंने बताया कि 890 करोड़ रुपये की लागत से पुनौरा धाम में माता जानकी का भव्य स्मारक और मंदिर बनेगा, जबकि 137 करोड़ रुपये मौजूदा मंदिर के जीर्णोद्धार पर खर्च होंगे। इसके साथ ही वाल्मीकिनगर (52 करोड़), मधुबनी फुलहर स्थान (31 करोड़), सीतामढ़ी पंथपाकर (24 करोड़), अहिल्यास्थान (23 करोड़), रामरेखा घाट (13 करोड़) और मुंगेर-गया सीताकुंड (7 करोड़) के विकास कार्य भी इसी योजना में शामिल हैं।

अमित शाह ने कहा कि माता सीता आदर्श बेटी, पत्नी, मां और राजमाता की प्रतीक हैं, और उनके जीवन से प्रेरणा लेकर ही इस भूमि का विकास किया जाएगा। उन्होंने राम-सीता की भेंट से लेकर मुनि अष्टावक्र की विद्या-परंपरा तक, मिथिला के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया।

सुरक्षा और राजनीति पर तीखे बयान

देश की सुरक्षा पर बोलते हुए शाह ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलती है। पहले कांग्रेस शासन में देशभर में बम धमाके होते थे और आतंकवादी पाकिस्तान भाग जाते थे। लेकिन मोदी जी की सरकार में उड़ी और पुलवामा हमलों के जवाब में सर्जिकल और एयर स्ट्राइक किए गए, और पहलगाम में हमले के बाद पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों का सफाया किया गया। कांग्रेस और लालू एंड कंपनी ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया, लेकिन देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।”

आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उन्होंने मतदाता सूची से घुसपैठियों को हटाने की आवश्यकता पर जोर दिया। “SIR (Special Intensive Revision) होना जरूरी है, ताकि बाहरी घुसपैठियों को हटाकर बिहार के युवाओं की नौकरियां सुरक्षित रहें। कांग्रेस और राजद ने आज तक एक भी आपत्ति चुनाव आयोग को नहीं दी। वे किन लोगों को बचाना चाहते हैं?” शाह ने कहा कि बांग्लादेश से आने वाले लोग बिहार के युवाओं का हक छीन रहे हैं और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

रेल और आधारभूत संरचना में बड़ा निवेश

अमित शाह ने बिहार में रेल विकास पर केंद्र सरकार के प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे, तब बिहार में सालाना 1132 करोड़ रुपये का बजट मिलता था। मोदी सरकार ने 2025-26 में ही 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बजट रेल विकास के लिए दिया है।” इस मौके पर उन्होंने सीतामढ़ी-नई दिल्ली अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।

नीतीश कुमार का संबोधन – केंद्र को आभार, विकास का संकल्प

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा, “2005 से हम लगातार बिहार के विकास में जुटे हैं। उसके पहले न सड़कें थीं, न सुरक्षा। शाम होते ही लोग घर से बाहर निकलने से डरते थे। आज स्थिति बदल चुकी है।” उन्होंने मुफ्त बिजली, सामाजिक पेंशन योजना में बढ़ोतरी, मानदेय वृद्धि और 50 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली 430 नई योजनाओं का उल्लेख किया।

उन्होंने केंद्र सरकार से मिले सहयोग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अयोध्या से सीतामढ़ी मार्ग निर्माण और विशेष आर्थिक सहायता ऐतिहासिक कदम हैं। उन्होंने पर्यटन, सड़क, स्वास्थ्य और बाढ़ नियंत्रण के लिए बजट आवंटन का भी जिक्र किया।

धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन का भव्य दृश्य

शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने अमित शाह को अंग वस्त्र से और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। महावीर मंदिर न्यास समिति और बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद की ओर से संतों के लिए सीता रसोई में खीर, कचौड़ी, सब्जी, चटनी, रोटी और बिना चीनी की खीर सहित विशेष प्रसाद की व्यवस्था की गई। लगभग 1500 से 2000 संतों ने भोजन ग्रहण किया। श्रद्धालुओं में 12 हजार नवैद्यम लड्डू भी वितरित किए गए।

शाह और नीतीश के मंच पर आने से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आज बहुत घर में खाना नहीं बना होगा। उन्होंने संबोधित करते विपक्षियों को निशाना बनाते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी में उन राक्षसों का वध करेंगे, जो धर्म पर उंगली उठाएंगे। इसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा- मंदिर तो सरकार बना रही है। अब सीतामढ़ी में कोई दंगा न कराए, यह भी हम सभी सनातनी को देखना होगा। हम मां सरस्वती को पूजते हैं तो हम मां भवानी को भी पूजते हैं। यह याद रखा जाना चाहिए। भूमिपूजन के बाद गृह मंत्री अमित शाह और नीतीश कुमार भी पहुंचे।बिहार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, ललन सिंह, बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल समेत अन्य उपस्थित हैं।

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