



News Desk Supaul:
नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाए जाने के बाद वहां हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन, आगजनी और बाजार बंद की घटनाओं से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है। नेपाल से सटे भारतीय सीमावर्ती इलाकों तक इस आंदोलन का असर देखा जा रहा है। सुपौल जिले की अंतर्राष्ट्रीय सीमा भीमनगर बॉर्डर पर स्थिति को देखते हुए सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

नेपाल में तनावपूर्ण हालात
नेपाल से आने वाले राहगीरों के अनुसार, पड़ोसी जिलों सुनसरी और सप्तरी में हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। सड़कों पर आवागमन लगभग ठप है, बाजार पूरी तरह से बंद हैं और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं हो रही हैं। लोगों का कहना है कि नेपाल में युवा वर्ग बड़ी संख्या में आंदोलन कर रहा है और सरकार विरोधी नारेबाजी के बीच प्रशासन की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। वर्तमान स्थिति में नेपाल की सड़कें वीरान नज़र आ रही हैं और कारोबारी गतिविधियां पूरी तरह ठप हो चुकी हैं।
भारत-नेपाल सीमा पर सख्ती
नेपाल के हालात का असर भारत-नेपाल सीमा पर भी दिख रहा है। सुपौल जिले के भीमनगर बॉर्डर पर SSB (सशस्त्र सीमा बल) को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सीमा पार से आने-जाने वाले लोगों की सघन जांच की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।

भारत सरकार की एडवाइजरी
नेपाल की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने भी अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों को नेपाल की यात्रा से फिलहाल बचने की सलाह दी गई है। नेपाल से लौटे लोगों ने बताया कि वहां हालात भयावह हैं, व्यापार और परिवहन व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और जो लोग नेपाल से भारतीय इलाके में आए हैं, उन्हें वापस लौटने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
आम जनजीवन पर गहरा असर
नेपाल में जारी इस उथल-पुथल का असर सबसे ज्यादा आम नागरिकों पर पड़ा है। लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं, रोज़मर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया है और आंदोलनकारियों के कारण स्थिति और भी विस्फोटक होती जा रही है।