सहरसा में एनडीए नेताओं की जनसभा, एमपी सीएम मोहन यादव बोले– जनता का जनादेश डबल इंजन सरकार के पक्ष में जाएगा

News Desk Saharsa:

सहरसा: बिहार विधानसभा चुनाव-2025 के मद्देनज़र सहरसा विधानसभा सीट पर एनडीए की ओर से शुक्रवार को भाजपा प्रत्याशी आलोक रंजन के समर्थन में एक बड़ी जनसभा आयोजित की गई। इस जनसभा में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, पश्चिमी चंपारण के सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, तथा केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने शिरकत कर एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में जनता से समर्थन की अपील की।

सभा में उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए तीनों नेताओं ने केंद्र व राज्य की डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों का विस्तार से उल्लेख किया और विपक्षी महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा।

मोहन यादव बोले— जनता का जनादेश एनडीए के पक्ष में

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि बिहार की जनता विकास चाहती है और उसका जनादेश एनडीए के पक्ष में जाएगा। उन्होंने महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि यह गठबंधन वास्तव में “ठग बंधन” है, जो जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है।

उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की एनडीए सरकार ने किसानों, युवाओं और गरीबों के हित में कई योजनाएं शुरू की हैं। यादव ने बिहार में बाढ़ राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने का उल्लेख करते हुए मिथिलांचल में मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए ‘मखाना बोर्ड’ की स्थापना की घोषणा को बड़ी उपलब्धि बताया।

मोहन यादव ने कहा, “डबल इंजन की सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। बिहार आज विकास के रास्ते पर है और विपक्ष इसे रोकना चाहता है। यह चुनाव बिहार के भविष्य का रण है, जिसमें जनता एक बार फिर एनडीए पर भरोसा जताएगी।”

संजय जायसवाल ने गिनाईं मोदी सरकार की उपलब्धियां

भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने केंद्र की मोदी सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि 2014 से पहले राशन वितरण में भारी अनियमितताएं थीं, लेकिन अब जन वितरण प्रणाली (PDS) में पारदर्शिता आई है और लोगों को बिना परेशानी के राशन मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि कोविड काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करोड़ों गरीब परिवारों को मुफ्त राशन और गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया। इसके अलावा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6,000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है।

जायसवाल ने कहा कि बिहार के मक्का किसानों को अब इथेनॉल उद्योग से सीधा लाभ हो रहा है — पहले जहाँ उन्हें ₹1,200–₹1,300 प्रति क्विंटल मिलते थे, अब ₹2,200 प्रति क्विंटल तक मूल्य मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली व्यवस्था में सुधार के बाद किसानों को सस्ती दरों पर बिजली मिल रही है, जिससे सूखे की स्थिति में भी फसल बची रहती है।

विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन का उम्मीदवार जमुई जिले का निवासी है, जबकि भाजपा ने स्थानीय उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। उन्होंने सहरसा के मतदाताओं से “अपने उम्मीदवार” आलोक रंजन को विजयी बनाने की अपील की।

सतीश चंद्र दुबे ने कहा— बिहार में कानून का राज कायम

केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार ने लालू-राबड़ी शासनकाल में अराजकता और भय का माहौल देखा है, जब बेटियां स्कूल-कॉलेज जाने से डरती थीं। उन्होंने कहा कि 2005 के बाद एनडीए सरकार ने “कानून का राज” स्थापित किया और महिलाओं की सुरक्षा व शिक्षा के लिए कई कदम उठाए।

उन्होंने मुख्यमंत्री की साइकिल योजना, पोशाक योजना और सड़क निर्माण परियोजनाओं को राज्य की प्रगति में मील का पत्थर बताया। दुबे ने कहा, “आज बेटियां आत्मविश्वास के साथ शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, किसान सिंचाई कर रहे हैं और गांव-गांव सड़क से जुड़ चुका है — ये सब एनडीए की नीतियों का परिणाम है।”

एनडीए का दावा— सहरसा में होगा जीत का कमल खिलना

तीनों नेताओं ने एक स्वर में कहा कि सहरसा की जनता अब ठग बंधन की सच्चाई समझ चुकी है और इस बार क्षेत्र में कमल खिलकर विकास की जीत का प्रतीक बनेगा। सभा के अंत में भाजपा प्रत्याशी आलोक रंजन ने क्षेत्र की जनता का आभार जताते हुए भरोसा दिलाया कि वे सहरसा के विकास के लिए समर्पित रहेंगे।

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