News Desk Patna:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में इस बार स्पष्ट रूप से एनडीए का दबदबा देखने को मिला है। 200 से अधिक सीटों पर बढ़त और जीत के साथ एनडीए ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। वहीं महागठबंधन 50 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका। हालांकि इस बीच कई सीटों पर बेहद रोमांचक मुकाबले हुए, जहां उम्मीदवारों की किस्मत महज कुछ वोटों से तय हुई।
सबसे करीबी मुकाबला संदेश विधानसभा सीट पर देखने को मिला। यहां जेडीयू उम्मीदवार रामचरण साह मात्र 27 वोटों के अंतर से चुनाव जीते। उन्हें कुल 80,598 वोट मिले जबकि आरजेडी के दीपू सिंह को 80,571 वोट प्राप्त हुए। इस सीट पर जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार राजीव रंजन राज को मिले 6,040 वोटों ने मुकाबले को त्रिकोणीय और बेहद कड़ा बना दिया।
अगिआंव सीट पर भी कांटे की टक्कर देखने को मिली। यहां भाजपा प्रत्याशी महेश पासवान ने 95 वोटों के बेहद कम अंतर से जीत हासिल की। उन्हें 69,412 वोट मिले जबकि सीपीआई (एम-एल) उम्मीदवार शिव प्रकाश रंजन को 69,317 वोट मिले।
बलरामपुर सीट से एलजेपी (रामविलास) की उम्मीदवार संगीता देवी ने 389 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने एआईएमआईएम के प्रत्याशी मोहम्मद आदिल हुसैन को हराया। संगीता देवी को 80,459 वोट मिले जबकि आदिल हुसैन को 80,070 वोट प्राप्त हुए।
बख्तियारपुर सीट पर भी रोमांच बना रहा जहां एलजेपी (रामविलास) के अरुण कुमार ने 981 वोटों से जीत दर्ज की। अरुण कुमार को 88,520 वोट मिले जबकि आरजेडी प्रत्याशी अनिरुद्ध कुमार को 87,539 वोट पर संतोष करना पड़ा।
बोधगया से आरजेडी उम्मीदवार कुमार सर्वजीत ने 881 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। उन्हें 1,00,236 वोट मिले जबकि एलजेपी (रामविलास) के श्यामदेव पासवान को 99,355 वोट मिले।
चनपटिया में कांग्रेस को बड़ी राहत मिली। यहां पार्टी प्रत्याशी अभिषेक रंजन ने 602 वोटों के मामूली अंतर से बीजेपी उम्मीदवार उमाकांत सिंह को हराया। अभिषेक रंजन को 87,538 वोट प्राप्त हुए।
ढाका विधानसभा क्षेत्र में आरजेडी उम्मीदवार फैसल रहमान ने 178 वोट के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें 1,12,727 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी पवन कुमार जयसवाल को 1,12,549 वोट मिले।
फारबिसगंज सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी मनोज विश्वास ने 221 वोटों के अंतर से विजय हासिल की। उन्हें 1,20,114 वोट मिले, जबकि बीजेपी के विद्या सागर केशरी को 1,19,893 वोट प्राप्त हुए।
पूरे चुनाव परिणामों में जहां एक तरफ एनडीए ने बड़ी जीत का परचम लहराया, वहीं कई विधानसभा क्षेत्रों में इतने संकरे अंतर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि लोकतंत्र में हर वोट की कीमत होती है।







