News Desk Patna:
एनडीए की नई सरकार बनने के बाद बिहार के गृह विभाग ने कानून-व्यवस्था को लेकर सख्त रुख अपना लिया है। पदभार संभालने के तुरंत बाद ही उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने प्रदेश में अपराध के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान शुरू करने का ऐलान किया है।
सम्राट चौधरी ने बताया कि राज्य के 400 कुख्यात अपराधियों की हिट लिस्ट तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इन अपराधियों की संपत्ति जब्त करने को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है और इसकी जानकारी कोर्ट को भेज दी गई है। जैसे ही आदेश मिलता है, संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
उन्होंने कहा— “बिहार में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। संगठित अपराध को खत्म किया गया है, लेकिन जो घटनाएँ अभी हो रही हैं, उन्हें भी पूरी तरह समाप्त किया जाएगा।”
ममता बनर्जी के बयान पर पलटवार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा “भाजपा की नींव हिलाने” वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सम्राट चौधरी ने कहा: “ममता बनर्जी खुद असुरक्षित महसूस कर रही हैं, इसलिए ऐसे बयान दे रही हैं। इस बार केंद्र में भी भाजपा की मजबूत सरकार बनेगी और बंगाल में भी बदलाव दिखेगा। उन्हें जो बोलना है बोलती रहें, बिहार पर इसका कोई असर नहीं है।”
राजद के अपराध आंकड़ों पर प्रतिक्रिया
राजद द्वारा बिहार में आपराधिक घटनाओं को लेकर क्राइम बुलेटिन जारी करने पर सम्राट चौधरी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में सुशासन स्थापित किया है। उन्होंने कहा— “अपराध पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, लेकिन कार्रवाई निरंतर जारी है। संगठित अपराध पर बड़े स्तर पर प्रहार किया गया है और आगे और सख्त कदम उठाए जाएंगे।”
कांग्रेस का पलटवार — “क्या सत्ता समर्थित अपराधी भी सूची में शामिल?”
बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय ने सरकार की हिट लिस्ट पर कई गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर कार्रवाई की घोषणा अच्छी बात है, लेकिन यह स्पष्ट होना चाहिए कि क्या इस सूची में सत्ता संरक्षित अपराधी भी शामिल हैं? उन्होंने आरोप लगाया— “एनडीए के कई जनप्रतिनिधि और मंत्री स्वयं आपराधिक मामलों में आरोपित हैं। चुने गए विधायकों में 46% और मंत्रियों में आधे से अधिक पर गंभीर मामले दर्ज हैं। क्या ये लोग भी 400 अपराधियों की सूची में शामिल होंगे, या सूची केवल राजनीतिक विरोधियों को निशाने पर लेने के लिए तैयार की गई है?”







