न्यूज डेस्क सुपौल: राघोपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रेफरल अस्पताल परिसर में जन औषधि केंद्र के माध्यम से लोगों को सस्ती दरों पर दवा उपलब्ध हो रही है। जिसके कारण महंगे दवाओं की मार झेल रहे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए पीएम जन औषधि केंद्र वरदान साबित हो रहा है। बाजार में बिकने वाली दवाइयां के मुकाबले जन औषधि केंद्र पर सस्ती दवाइयां उपलब्ध है। आम लोगों को ब्रांडेड महंगी दवाओं के विकल्प में समान गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाओं को कम कीमत पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के रेफरल अस्पताल राघोपुर, सिमराही कैंपस में संचालित प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की संचालिका मीनू देवी ने बताया कि केंद्र पर पहुंचने वाले मरीजों को सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराई जाती है। बताया कि किसी भी चिकित्सक के लिखे पुर्जा के आलोक में जेनेरिक दवाई दी जाती है। उन्होंने बताया कि कई खरीददार दवाओं की कम कीमत पर आश्चर्य व्यक्त करते हैं। सस्ती दवाओं से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को लाभ मिल रहा है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि राघोपुर प्रखंड क्षेत्र सहित अन्य दूर की क्षेत्रों के लोग केंद्र पर पहुंचकर कम कीमत पर दवाइयां खरीद कर ले जाते हैं। क्षेत्र के मोहन झा, बिनोद झा, नीरेंद्र ठाकुर, रोहित कुमार, नीरेंद्र कुमार, राहुल कुमार, बिट्टू कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि जेनेरिक दवाएं खरीदारी करते हैं काफी सस्ती व अच्छी दवाई होती है। जागरूकता की कमी से आम लोग बाजार के दुकानों से विभिन्न विभिन्न कंपनियों की दवाएं खरीदारी कर मोटी रकम दवा पर खर्च कर देते हैं।
क्या है प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना:
प्रधानमंत्री जन औषधि योजना 1 जुलाई 2015 को लाई गई थी इस योजना के तहत सस्ते दर पर उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराना था जेनेरिक दवाइयां ब्रांडेड या फार्मा की दवाइयां के मुकाबले सस्ती होती है, जबकि प्रभावशाली उनके बराबर ही होती है। प्रधानमंत्री जन औषधि अभियान मूलतः जनता को जागरूक करने के लिए शुरू किया गया है ताकि जनता समझ सके की ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक मेडिसिन कम कीमत पर उपलब्ध हो साथ ही इसकी क्वालिटी में किसी तरह की कमी नहीं है। इस योजना के तहत आम नागरिकों को बाजार से 60 से 70 फीसदी कम कीमत पर दवाइयां मुहैया कराना था।