रिपोर्ट: राहुल पराशर|अररिया
अररिया बस स्टैंड स्थित एक निजी होटल में जिला संवेदक संघ की आपातकालीन बैठक पीएचईडी अररिया द्वारा निविदा संख्या तीन और चार नल जल योजना के आमंत्रित ग्लोबल टेंडर को लेकर चर्चा की गई। टेंडर वैल्यू 50 करोड़ रूपये से अधिक रखे जाने पर संवेदकों ने नाराजगी जाहिर की।
बैठक में शामिल संवेदकों का कहना था कि बाहरी संवेदकों के साथ मिलकर टेंडर की राशि को जान बूझकर बड़ा रखा गया है। ऐसे में जिले के संवेदकों के समक्ष बेरोजगारी की समस्या पैदा हो जायेगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि विभाग टेंडर को छोटा कर और पूर्व की भांति पुनः प्रकाशित किया जाए। क्योंकि सरकार के द्वारा 2019 में निर्णय लिया गया था कि त्वरित गति से नल जल योजना को पूर्ण करना है, ताकि राज्य की जनता को इसका लाभ जल्द से जल्द मिल सके। इसके लिए एसबीडी की क्लॉज को हटा कर निविदा को एमबीडी में आमंत्रित कर कार्य को करवाया जाय। संवेदकों का कहना था कि सरकार के द्वारा जो निर्णय लिया गया था, उसके विरुद्ध सरकार के द्वारा कोई नया निर्णय नहीं लिया गया है। अन्य जिलों में छोटा छोटा टेंडर प्रकाशित किया गया है। संवेदको ने मांग रखी है की पांच दिनों के अंदर ग्लोबल टेंडर को पूर्व की तरह एमबीडी में प्रकाशित नही किया गया तो संवेदक उग्र आंदोलन के साथ सक्षम न्यायालय जाने के लिए बाध्य होंगे
बैठक में सुनील कुमार राय, अजय कुमार झा, अविनाश आनंद, परवेज आलम, दिवाकर भगत, राजकिशोर सिंह, मंजर आलम, देवराज साह, चंदन कुमार सिंह, शिवशंकर कुमार, अरुण कुमार पोद्दार, आशुतोष वर्मा, शंभू यादव, राकेश सिंह, सुमित कुमार, प्रणव कुमार, संतोष यादव, मिथिलेश झा, चंदन कुमार यादव, अजय मिश्र, पंकज कुमार यादव, मोहम्मद नासिर आलम समेत दर्जनों संवेदक शामिल थे।