न्यूज़ डेस्क सुपौल:
एनडीआरएफ़ के द्वारा चलाये जा रहे मॉक अभ्यास के दूसरे दिन उप कमाण्डेन्ट 9वीं वाहिनी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, गणपतगंज, सुपौल के द्वारा सुपौल अंचल स्थित बैरिया मंच के समीप नदी के पानी में मॉक अभ्यास का आयोजन कार्यक्रम किया गया।
उक्त कार्यक्रम में जिला वरीय उप समाहर्त्ता सह आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी ऋषव, जिला अग्निशामक के पदाधिकारी एवं सहयोगी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मीगण एम्बुलेन्स के साथ, स्थानीय आम जनता,प्रमुख व्यक्तिगण एवं सभी बाढ़ प्रभावित अंचलों क्रमशः सुपौल, किशनपुर, सरायगढ़-भपटियाही, निर्मली एवं मरौना से आये आपदा मित्र सह गोताखोर उपस्थित हुए।
वहीं आपदा प्रबंधन के प्रभारी ऋषव ने आगामी बाढ़ वर्ष 2024 के लिए बाढ़ से बचाव हेतु कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। उप कमाण्डेन्ट एवं उनके साथ आए प्रशिक्षित बल के द्वारा बाढ़/पानी में डुबने से बचाव हेतु निम्न सुझाव निम्न सुझाव भी दिए..
1. पानी में डूबते हुए आम नागरिक को कैसे बचाया जाता है तथा अपने आप को कैसे सुरक्षित कर बचाया जाता है से संबंधित जानकारी दिया गया।
2. पानी में डूबे हुए व्यक्ति को बाहर निकाल कर तत्तकाल कैसे प्राथमिक उपचार किया जाता है इस संबंध में विस्तृत जानकारी आम नागरिकों के बीच दिया गया।
3. पानी पीये हुए व्यक्ति को बेहोसी की स्थिति में उनके शरीर से पानी कैसे निकाला जाता है इस संबंध में आम नागरिकों के बीच जानकारी दिया गया।
4. पानी में डूबे हुए व्यक्ति का हृदय आघात होने पर कैसे CPR किया जाता है, से संबंधित जानकारी डैमो बॉडी के साथ दिया गया।
5. पानी में डूबे हुए व्यक्ति को डॉक्टर के पास एम्बूलेंस में भेजने तक का डैमो प्रस्तुत किया गया।
वहीं उप कमाण्डेन्ट, 9वीं वाहिनी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, गणपतगंज के द्वारा आपदा मित्र एवं आम नागरिक जनता को बताया गया कि घरेलू समान का यथा पानी का बौतल, गैलन, थर्मोकॉल आदि से भी बाढ़ के समय या पानी में बचने हेतु उपयोग करने का विस्तृत जानकारी दिया गया।