



News Desk Supaul:
समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में आज हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन गरिमामय तरीके से किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी सावन कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। यह आयोजन मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, बिहार, पटना के अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी निर्देश (पत्रांक 706/रा०, दिनांक 20 अगस्त 2025) के आलोक में किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत और जिलाधिकारी का संबोधन
दीप प्रज्ज्वलन के बाद जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में हिन्दी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिन्दी हमारी संस्कृति, सभ्यता और राष्ट्र की आत्मा है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे अपने दैनिक कार्यों में हिन्दी के प्रयोग को प्राथमिकता दें और इसके संवर्धन में योगदान करें।
जिलाधिकारी ने कहा – “हिन्दी केवल बोलचाल की भाषा नहीं, बल्कि यह हमारी पहचान और एकता का सूत्र है। हमें गर्व होना चाहिए कि यह विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है।”
कविता पाठ और विचार-विमर्श
हिन्दी दिवस के मौके पर कविता पाठ और विचार-विमर्श का आयोजन भी किया गया। जिले के कवि, शिक्षक, कर्मचारी और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मंच से अपनी कविताएं, व्याख्यान और विचार प्रस्तुत किए। इन रचनात्मक प्रस्तुतियों ने समारोह को जीवंत बना दिया। कवियों और वक्ताओं ने हिन्दी भाषा की महत्ता, उसकी व्यापकता और इसके प्रचार-प्रसार में समाज की भूमिका पर जोर दिया।
अधिकारियों और कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी
इस अवसर पर अपर समाहर्त्ता, जिला बंदोबस्त पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी (जिला सामान्य शाखा), जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी सहित जिला स्तरीय अधिकारी, प्रधान सहायक, शिक्षक-शिक्षिकाएं और कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने और प्रशासनिक कार्यों में इसके अधिकाधिक उपयोग का संकल्प लिया।