News Desk Navada:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय बिहार दौरे पर रविवार को नवादा पहुंचे, जहां उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित किया। इससे पहले उन्होंने आरा में भी चुनावी सभा की। नवादा पहुंचने पर भाजपा और एनडीए के नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। सभा स्थल पर मौजूद हजारों की भीड़ ने “भारत माता की जय” और “मोदी-मोदी” के नारों से माहौल को जोश से भर दिया।
अपने संबोधन की शुरुआत पीएम मोदी ने मगही भाषा में लोगों को नमन करते हुए की। उन्होंने कहा “यह मगही पान की धरती है, मैं तो बनारस का सांसद हूं। मगही पान और बनारस का संबंध हमसे अच्छा कौन जानेगा।”
उन्होंने कहा कि नवादा, गया, नालंदा, औरंगाबाद, जहानाबाद और अरवल जैसे जिलों में अद्भुत सामर्थ्य है। यह धरती श्रीकृष्ण बाबू, लोकनायक जयप्रकाश नारायण और भोला सिंह जैसे महान जनसेवकों की कर्मभूमि रही है। मगध प्राचीन भारत की शान है, अब हमें मगध और पूरे बिहार को फिर से उसका पुराना गौरव लौटाना है। विकासित बिहार बनाना है, और इसलिए मैं एनडीए के सभी उम्मीदवारों के लिए आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। मोदी ने कहा कि लोगों का उत्साह बता रहा है कि बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है।
राजद-कांग्रेस पर तीखा हमला
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में राजद और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इन दोनों पार्टियों की रग-रग से बिहार की जनता वाकिफ है। राजद और कांग्रेस दो परिवारों की पार्टियां हैं — एक बिहार का सबसे भ्रष्ट परिवार और दूसरा देश का सबसे भ्रष्ट परिवार। अब इन दोनों परिवारों के बीच ही जंग छिड़ गई है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि “जंगलराज के युवराज को लगता है कि एक दूसरे युवराज की पदयात्रा ने उन्हें पैदल कर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तो कांग्रेस और राजद के बीच बूथ स्तर तक कलह की स्थिति है, खबर यह है कि हर बूथ पर कांग्रेस के लोग राजद को हराने की ठान चुके हैं। 11 नवंबर के मतदान के बाद दोनों दल एक-दूसरे का सिर फोड़ने लगेंगे।
‘जंगलराज’ का जिक्र और युवाओं से अपील
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के विकास के लिए एकजुट एनडीए ही जिम्मेदार है, क्योंकि एनडीए सबको अवसर और सम्मान देता है। उन्होंने युवाओं से कहा, आपके दादा-दादी ने श्रीकृष्ण बाबू का दौर देखा था, जब बिहार नई उम्मीदों की ओर बढ़ रहा था। लेकिन आपके माता-पिता की पीढ़ी ने जंगलराज देखा, जिसने बिहार के सपनों को चूर-चूर कर दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि “कटता, क्रूरता, कुशासन और करप्शन” ही राजद के जंगलराज की पहचान रही है, और उसी जंगलराज ने “मगध नरसंहार” जैसी घटनाओं का दाग बिहार पर लगा दिया।
विकास योजनाओं का बखान और किसानों का जिक्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार के किसानों के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं, आजाद भारत में पहली बार छोटे किसानों के लिए बैंक के दरवाजे खुले हैं। बिहार के किसानों को अब तक 30 हजार करोड़ रुपये मिल चुके हैं। केवल नवादा के दो लाख किसानों के खातों में 650 करोड़ रुपये सीधे जमा हुए हैं — बिना किसी कट कमीशन के।
उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस के एक पूर्व प्रधानमंत्री ने ही कहा था कि दिल्ली से भेजा गया एक रुपया गांव पहुंचते-पहुंचते 15 पैसे रह जाता है। वह कौन सा पंजा था जो आपका पैसा लूट लेता था? अगर राजद-कांग्रेस की सरकार होती तो यह पैसा उनकी तिजौरी में चला जाता।
एनडीए की जीत का विश्वास जताया
अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने एनडीए सरकार की विकास योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार का भविष्य केवल एनडीए के साथ सुरक्षित है। उन्होंने लोगों से अपील की आपका यह उत्साह बता रहा है कि इस बार महागठबंधन की करारी हार होने वाली है और बिहार में भारी बहुमत से एनडीए की सरकार बनने जा रही है।
सभा के दौरान प्रधानमंत्री का भाषण बार-बार तालियों और नारों से गूंजता रहा। नवादा की यह रैली उनके बिहार दौरे के सबसे प्रभावशाली आयोजनों में से एक मानी जा रही है।







