रिपोर्ट: अमरेश कुमार|सुपौल
आधुनिकता के इस दौर में जब लोग चांद पर पहुंच गए है। ऐसे समय मे भी लोग दुआ ताबीज़ और खजाना मिलने के लोभ में फंसकर लाखों गंवाने को तैयार है। लेकिन जब इस तरह के ठगी का भेद खुलता है तो पीड़ित के पैरों तले जमीन खिसक जाती है।
यह सनसनीखेज मामला जिले के छातापुर थाना क्षेत्र के महद्दीपुर वार्ड नंबर 13 का है। जहां लाखों की ठगी करने वाले दो व्यक्ति को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। ठगी के शिकार हुए पीड़ित सख्स मो फजलु रहमान ने बताया कि जब वे अपना घर बनवा रहा था तो दुआ ताबीज के लिए एक मौलाना को बुलाया था, मौलाना ने बोला कि आपके जमीन में सोना चांदी के खजाना से भरा हुआ तीन घड़ा दबा हुआ है, जिसके बाद फजलू रहमान भी मौलाना के चक्कर मे फंस गए। कहा गया कि जमीन के अंदर दवा हुआ खजाना निकालने के लिए तीन मौलाना आया और बोला कि तीन लाख रुपए खर्च लगेगा, फजलू रहमान ने लोभ लालच में फसकर उन मौलानाओं को अलग अलग समय मे दो लाख 54 हजार रुपये भी दे दिए। इस बीच जब मौलाना दो दिन पहले फिर 11 हजार रुपया देने की मांग की तो फजलू रहमान को शक हो गया और उन्होंने लोगों से राय मशवरा कर मौलाना को अब रंगे हाथ पकड़ने की कोशिश में जुट गया। इस बीच दो मौलाना उसके घर पहुंचे और जमीन के अंदर दबे खजाना को निकालने की प्रक्रिया शुरू की। लेकिन जमीन के अंदर घड़ा तो मिला पर उसमे कोई खजाना नहीं थी। जिसके बाद दोनों मौलाना को ग्रामीणों ने पकड़कर इसकी सूचना पुलिस को दी गयी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस दोनों मौलाना पकड़कर थाने ले गयी है। जहां कानूनी प्रक्रिया की जा रही है।
बताया गया है कि आरोपी मौलाना में एक का नाम मो सरफराज आलम है और दूसरा का नाम मो बरकतउल्ला है। फिलहाल दोनों मौलाना मो सरफराज आलम और मो बड़कतउल्ला पुलिस के गिरफ्त में है।
इस बाबत त्रिवेणीगंज SDPO विपिन कुमार ने कहा कि पीड़ित के आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया गया है, दोनो आरोपियों को पकड़कर उनसे पूछताछ की जा रही है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।