



न्यूज डेस्क सुपौल:
सुपौल जिले में यूरिया खाद की भारी कमी से किसान बेहद परेशान हैं। इस संकट का फायदा उठाकर कुछ लोग खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं। हालांकि, कृषि विभाग ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और अवैध उर्वरक परिवहन पर नकेल कसने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है।
गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी
जिला कृषि पदाधिकारी सुपौल ने उर्वरक कालाबाजारी पर नियंत्रण के लिए एक कंट्रोल रूम स्थापित किया था। इसी क्रम में राघोपुर कृषि विभाग को गुप्त सूचना मिली कि एक पिकअप वाहन (संख्या BR11GF-3824) से अवैध रूप से यूरिया का परिवहन किया जा रहा है। राघोपुर पुलिस के एसआई राम बहादुर सिंह और कृषि विभाग की टीम ने संयुक्त अभियान चलाया। भपटियाही से भीमपुर जाने वाली एनएच-27 सड़क पर वाहन को रोका गया। जांच में 52 बोरी सीलबंद भारत यूरिया (IFFCO) खाद बरामद हुआ।
दस्तावेज नहीं मिले, कालाबाजारी का हुआ खुलासा
वाहन चालक नितिश कुमार, पिता अशोक स्वर्णकार, निवासी केवला वार्ड-02, थाना भीमपुर से उर्वरक से संबंधित कागजात मांगे गए। लेकिन वह कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। पूछताछ में चालक ने बताया कि रंजीत साह, पिता रामनारायण साह, निवासी केवला, भीमपुर वार्ड-02 के कहने पर उसने यह उर्वरक चांदपीपर टोल प्लाजा से उठाया था और रंजीत साह के घर पहुंचाने जा रहा था।
कानूनी कार्रवाई और जब्ती
कृषि निरीक्षक नवल किशोर वर्मा ने बताया कि बिना वैध दस्तावेज के उर्वरक का परिवहन उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 का उल्लंघन है। बरामद उर्वरक को जब्त कर स्थानीय विक्रेता उमेश ट्रेडर्स, सिमराही बाजार को जिम्मेनामा पर सौंप दिया गया। वाहन और चालक को राघोपुर थाना ले जाया गया।
कालाबाजारियों में मचा हड़कंप
जानकारी देते हुए राघोपुर प्रभारी थानाध्यक्ष जैनेन्द्र कुमार झा ने बताया कि वाहन चालक और वाहन स्वामी समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। इस कार्रवाई से खाद की कालाबाजारी में लिप्त लोगों में हड़कंप मच गया है।