SSB के रिक्रूट प्रशिक्षण केंद्र सुपौल में दीक्षांत परेड समारोह, समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय

रिपोर्ट: अमरेश कुमार|सुपौल

सशस्त्र सीमा बल (SSB) के सुपौल स्थित रिक्रूट प्रशिक्षण केंद्र में 8 वीं बेसिक रिक्रूट ट्रेनिंग कोर्स (BRTC) का दीक्षांत परेड समारोह धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। समारोह में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मुख्य अतिथि के रूप में परेड की सलामी ली। समारोह में SSB के महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद, महानिरीक्षक रत्न संजय, उप महानिरीक्षक संजय कुमार शर्मा सहित सशस्त्र सीमा बल एवं जिला प्रशासन सुपौल के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी तथा परेड का निरीक्षण कर राष्ट्र के प्रति निष्ठा और समर्पण का परिचय दे रहे जवानों को सराहा। परेड में निशान टुकड़ी का आगमन के बाद नव आरक्षियों ने राष्ट्र के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ ली। प्रशिक्षुओं द्वारा प्रभावशाली मार्च पास्ट प्रदर्शन कर मैदान में उपस्थित सभी दर्शकों को प्रभावित किया। इस मौके पर नव आरक्षियों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न कलात्मक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में सामूहिक पिटी, मलखंभ, वोल्टिंग हौर्स बेनेट फाइटिंग इत्यादि की प्रस्तुति की गई।

अपने संबोधन में महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद ने जवानों को संबोधित करते हुए बल की गौरवशाली परंपराओं, कर्तव्यों और सीमाओं की सुरक्षा में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं को पुरस्कृत किया गया।

मंत्री नित्यानंद राय ने अपने संबोधन में कहा कि सशस्त्र सीमा बल देश की सीमाओं के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा, शांति एवं मानवीय सहायता कार्यों में भी अहम भूमिका निभा रही है। नेपाल और भूटान सीमाओं पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) की सतर्क उपस्थिति राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार सुरक्षा बलों को आधुनिक संसाधनों, प्रभावी प्रशिक्षण और सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

यह दीक्षांत समारोह न केवल प्रशिक्षुओं के लिए गौरव का क्षण था, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणास्पद आयोजन भी सिद्ध हुआ। सुपौल एवं आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में नागरिक, जनप्रतिनिधि, विद्यालयों के छात्र-छात्राएँ तथा गणमान्य नागरिक इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बने। बताया गया कि प्रशिक्षण के उपरांत इस दीक्षांत परेड समारोह में कुल 56 जवान पास आउट हुए। जो अब सीमा पर तैनात होंगे।

इस दीक्षांत परेड ने युवा पीढ़ी को राष्ट्र सेवा की ओर प्रेरित करने का काम किया, खासकर सीमावर्ती और ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए यह एक संदेश था कि अनुशासन, समर्पण और साहस से राष्ट्र के लिए बड़ा योगदान दिया जा सकता है।

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