



न्यूज डेस्क मोतिहारी:
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में एक बड़ा हादसा हुआ, जब सुपौल से गुरुग्राम जा रही एक लग्जरी बस अचानक आग का गोला बन गई। यह हादसा नेशनल हाईवे पर पिपराकोठी थाना क्षेत्र के बंगरी ओवर ब्रिज रेलवे गुमटी के पास हुआ। बस में सवार 150 यात्रियों में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे, जो दिल्ली और हरियाणा में मजदूरी करने जा रहे थे।
कैसे लगी बस में आग
प्रत्यक्षदर्शियों और यात्रियों के अनुसार, बस के इंजन में पहले से खराबी थी। रास्ते में मुजफ्फरपुर के पास दो बार इंजन में दिक्कत आई, लेकिन ड्राइवर ने इसे नजरअंदाज कर दिया और कहा कि आगे चलकर इसे ठीक करवा लेंगे। हालांकि, इस खराबी के कारण बस तेज गति से नहीं चल पा रही थी और ड्राइवर को एक्सीलेटर अधिक दबाना पड़ रहा था।

रफ्तार में कमी के बावजूद, बस करीब 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल रही थी। इसी दौरान, सड़क पर चल रही एक अन्य बस के ड्राइवर ने इस बस के ड्राइवर को खतरे का इशारा किया, लेकिन फिर भी बस नहीं रोकी गई। कुछ देर बाद, इंजन से धुआं निकलना शुरू हुआ और देखते ही देखते बस में आग लग गई।
इधर, जैसे ही यात्रियों को बस में आग लगने का एहसास हुआ, अफरा-तफरी मच गई। सबसे बड़ी समस्या यह थी कि बस के पिछले दरवाजे के पास सीट फिक्स थी, जिससे वह खुल नहीं सका। इससे यात्रियों को बाहर निकलने में काफी दिक्कत हुई। इस दौरान, यात्रियों ने शीशे तोड़कर किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले बस जलकर खाक
आग लगने की सूचना मिलते ही पिपराकोठी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। हालांकि, दमकल गाड़ी के पहुंचने से पहले ही पूरी बस जलकर राख हो चुकी थी।
सभी यात्री सुरक्षित, लेकिन सामान जल गया
इस हादसे में सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन उनका सामान बस के अंदर ही रह गया, जो पूरी तरह जलकर खाक हो गया। कई यात्रियों को हल्की चोटें और 2-4 लोगों को मामूली जलन की शिकायत भी हुई। स्थानीय प्रशासन ने सभी घायलों का प्राथमिक उपचार कराया और उन्हें वही कंपनी की दूसरी बस से उनके गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पिपराकोठी थाना प्रभारी ने बताया कि बस के इंजन में खराबी की वजह से यह घटना हुई। समय रहते यात्री बस से बाहर निकल गए, जिससे बड़ा हादसा टल गया। अग्निशमन दल और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।