



News Desk Supaul:
सुपौल जिले के राघोपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गणपतगंज स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में शुक्रवार की सुबह शारदीय नवरात्र और विजयादशमी पर्व के उपरांत मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन धूमधाम व शांतिपूर्ण माहौल में किया गया। 11 दिनों तक चले नवरात्रि महोत्सव और विजयादशमी के उल्लास के बाद श्रद्धालुओं ने नम आंखों से मां को विदाई दी।

गाजे-बाजे और ढोल-नगाड़ों की थाप पर निकली शोभायात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। शोभायात्रा मंदिर से निकलकर गोल बाजार, मारवाड़ी मोहल्ला, धोबियाही टोला, गणपतगंज बाजार होते हुए राजाकालीन राज पोखर तक पहुंची, जहां पारंपरिक विधि-विधान के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस दौरान पूरा क्षेत्र जय माता दी के गगनभेदी जयकारों से गुंजायमान रहा।

प्रतिमा विसर्जन में महिलाओं की भी बड़ी संख्या में भागीदारी रही। श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों और देवी गीतों की धुन पर नृत्य कर माता को विदाई दी। विसर्जन यात्रा का दृश्य भक्तिमय और भावनात्मक रहा।

गौरतलब है कि वर्षों पूर्व हुदहुद तूफान के कारण नवरात्रि के दौरान प्रतिमा विसर्जन विजयादशमी के अगले दिन यानी एकादशा को किया गया था। तभी से यह परंपरा कायम है और अब प्रतिमा विसर्जन विजयादशमी के अगले दिन ही किया जाता है।

पूरे विसर्जन कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। राघोपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार राय स्वयं पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे और पूरे कार्यक्रम की निगरानी की। उनकी उपस्थिति में विसर्जन यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ।

विसर्जन कार्यक्रम में मंदिर कमिटी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे। सभी ने मिलकर मां दुर्गा को भावभीनी विदाई दी और अगले वर्ष पुनः आने की कामना की।
