सुपौल: सिमराही में शिव मंदिर में तोड़फोड़, शिवलिंग और त्रिशूल गायब, आक्रोशित लोग बोले– असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है कचहरी परिसर

न्यूज डेस्क सुपौल:

सुपौल जिले के सिमराही नगर पंचायत अंतर्गत गोलबाजार हाट स्थित कचहरी परिसर में बने एक प्राचीन शिव मंदिर में तोड़फोड़ की घटना से इलाके में तनावपूर्ण माहौल उत्पन्न हो गया है। अज्ञात असामाजिक तत्वों ने मंदिर में स्थापित भगवान शिव के शिवलिंग और त्रिशूल को उखाड़कर गायब कर दिया जिससे स्थानीय श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मंदिर परिसर में जुट गए और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार की सुबह श्रद्धालु जब नियमित पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे तो देखा कि शिवलिंग और त्रिशूल अपने स्थान से गायब हैं। मंदिर के अंदर और आसपास तोड़फोड़ के भी साफ-साफ निशान मिले। इसके साथ ही मंदिर परिसर में नेपाली शराब की खाली बोतलें, बीड़ी-सिगरेट की तीलियां और अन्य नशीली वस्तुएं बिखरी पड़ी थीं। इससे यह स्पष्ट हो गया कि यह पवित्र स्थल लंबे समय से असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बना हुआ है।

कचहरी परिसर में भी नहीं सुरक्षित धार्मिक स्थल, लोगों में प्रशासन के प्रति गहरा रोष

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह तहसील परिसर के अंदर स्थित है, जहां सामान्यतः कानून-व्यवस्था की सख्त निगरानी होनी चाहिए। बावजूद इसके, असामाजिक तत्वों का यहां खुलेआम जमावड़ा रहता है। लोगों का कहना है कि इस मुद्दे को लेकर कई बार प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

घटना के बाद मंदिर परिसर में जुटे लोगों ने जमकर नारेबाजी की और प्रशासन से तत्काल दोषियों की गिरफ्तारी, मंदिर परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा कचहरी परिसर को नशेड़ियों से मुक्त कराने की मांग की। स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन अब भी नहीं चेता, तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

पुलिस ने की मौके पर पहुंचकर जांच शुरू, शांति बनाए रखने की अपील

घटना की सूचना मिलते ही वीरपुर एसडीएम, डीएसपी, राघोपुर बीडीओ, सीओ, राघोपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और मंदिर परिसर की स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने कहा है कि पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को जांच और कार्रवाई का समय दिया जाना चाहिए। साथ ही भरोसा दिलाया कि इस दुस्साहसिक घटना में शामिल लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।

Leave a Comment