



न्यूज डेस्क पटना:
बिहार के सीमावर्ती जिलों मधुबनी और पूर्णिया में बीती रात आसमान में संदिग्ध उड़ने वाली वस्तुएं देखे जाने की घटना ने हड़कंप मचा दिया है। प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय प्रशासन के अनुसार, इन वस्तुओं की संख्या दर्जनों में थी और ये ड्रोन जैसी प्रतीत हो रही थीं। घटनास्थल नेपाल सीमा के बेहद करीब होने के कारण सुरक्षा एजेंसियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
मधुबनी: नेपाल सीमा के पास 15 से 20 चमकती वस्तुएं देखी गईं
मधुबनी जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में 26 मई की रात करीब 7:35 बजे आसमान में एक साथ 15 से 20 उड़ने वाली चमकती वस्तुएं देखी गईं। ये घटनाएं खासकर भारत-नेपाल सीमा के 48वीं बटालियन SSB, जयनगर के अधीन क्षेत्र (AOR) में सामने आईं। सुरक्षा बलों और स्थानीय निवासियों के अनुसार, ये वस्तुएं नेपाल की ओर से भारतीय सीमा में दाखिल हुईं और कुछ मिनट बाद पुनः नेपाल की दिशा में लौट गईं।
बताया जा रहा है कि ये उड़ने वाली चीजें मधुबनी हवाई अड्डे से लेकर दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन तक देखी गईं। इस क्षेत्र में भारतीय वायुसेना की महत्वपूर्ण गतिविधियाँ होती हैं, ऐसे में इस प्रकार की घुसपैठनुमा हरकत को लेकर सुरक्षा एजेंसियों में चिंता बढ़ गई है।
पूर्णिया: एयरफोर्स स्टेशन के पास भी दिखी संदिग्ध गतिविधि
इसी रात, करीब 8:15 बजे पूर्णिया जिले में भी आसमान में तीन से चार मिनट तक चमकती हुई उड़ने वाली वस्तुएं देखी गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि उन्होंने इन्हें अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड भी किया है। पूर्णिया भी रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है, जहां भारतीय वायुसेना का एक सक्रिय स्टेशन स्थित है। ऐसी स्थिति में इन वस्तुओं का वहां दिखना सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेहद गंभीर माना जा रहा है।
क्या ये ड्रोन थे? प्रशासन की सतर्क प्रतिक्रिया
हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि देखी गई वस्तुएं वास्तव में ड्रोन थीं या कुछ और। पूर्णिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि, “घटना की जांच की जा रही है, प्रथम दृष्टया यह ड्रोन प्रतीत नहीं हो रहे हैं।” वहीं दरभंगा रेंज के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल ने भी कहा कि, “इन वस्तुओं की प्रकृति को लेकर जांच जारी है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर इन्हें ड्रोन नहीं माना जा रहा।”
SSB और वायुसेना अलर्ट पर, दिल्ली मुख्यालय को दी गई सूचना
SSB की 48वीं बटालियन ने इस संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी है। इसके साथ ही दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन और दिल्ली स्थित वायुसेना मुख्यालय को भी इसकी जानकारी दी गई है। वायुसेना और खुफिया एजेंसियां अब इस पूरे घटनाक्रम का विश्लेषण कर रही हैं।
हालिया सुरक्षा समीक्षा और ऑपरेशन ‘सिंदूर’
इस घटना से कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया का दौरा कर सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा की समीक्षा की थी। उन्होंने BSF, SSB, वायुसेना और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा को मजबूत बनाने के निर्देश दिए थे। वहीं हाल में ही चलाए गए ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत इन क्षेत्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया था।